*हे प्रभु संवारो मुझे*
“हे प्रभु संवारो मुझे”
अंतर्मन में नई चेतना जागृत कर ,
सुगम पथ प्रदर्शक दिखला कर ,
सुरभित सुमन चंदन सा महके तनमन ,
हे प्रभु संवारो मुझे…..! ! !
अवगुण भरा हुआ ये जीवन ,
सदविचारों से शुद्ध निर्मल मन ,
काम क्रोध मद लोभ अहंकार दूर हटा ,
हे प्रभु ऊँचा उठाओ मुझे ..! !
तिमिर अज्ञानता का दूर कर ,
नव प्रकाश प्रज्ज्वलित कर ,
आलौकिक ज्ञान भंडार भरकर ,
हे प्रभु प्रकाश पुंज की ओर ले जाओ मुझे…! ! !
पूजा अर्चना मैं ना जानूँ भगवन ,
सत्य राह पे चलना ही जानूँ ,
सुख दुःख संघर्ष कष्ट झेलकर ,
भूल चूक को क्षमा करो प्रभु जी ,
हे प्रभु इस संकट से अब उबारो मुझे ..! ! !
भंवर में नैया डगमग डोल रही ,
अब तो बचा लो इस तूफान से,
तेरा ही सहारा विश्वास लिए हुए हैं ,
हे प्रभु भवसागर पार तार दो मुझे ..! ! !
प्रभु जी चरणों में शीश झुकाते हुए शशि
माया के बंधनों से मुक्ति दिलाओ मुझे।
सुन लो पुकार प्रभु आ जाओ एक बार ,
हे प्रभु ठुकराओ ना मुझे ….! ! !
शशिकला व्यास✍️
जय श्री कृष्णा राधे राधे ??????????