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20 Jul 2024 · 1 min read

हे दामन में दाग जिनके

हे दामन में दाग जिनके
वो दूसरों में दाग ढूढते है।
हो रहा आँखों के सामने,
बुरा कितना भी
वो देख सब आँखे मुन्दते है।
हे ही क्या दोष इसमें अपना,
यह मानकर
अपना पल्ला बार -बार झाडते है।
अगर जुडा हो मसला खुद से तो
दूसरों को बुरी नजर से ताडते है।
कि नही किसी ने मदद अपनी
बार-बार यही कह कर, सब को कोषते है।

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