Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2022 · 2 min read

हे ईश्वर…

हे ईश्वर…

क्या आप पृथ्वी पर आते हो,
सुना तो है कि आते हो…
पर आते हो तो किससे मिलकर जाते हो…

हमको भी…
आपके दर्शन करना है।।
दर्शन कर के आपसे…
कुछ कहना है।।

पूजा पाठ से तो भगवन आप कुछ ना सुनते हो।।
शायद मिलकर ही आप मेरी व्यथा को सुन लो।।

जाकर देखा…
मस्ज़िद में भी वहाँ भी ना मिलते हो।।
करके देखा प्रत्येक रविवार को चर्च में…
प्रार्थना वहाँ भी ना दिखते हो।।

आना जो पृथ्वी पर अब की तो दृस्टि डालना
पृथ्वी वासी पर।।
ना जानें कितना पाप लद गया हर
धरती वासी पर।।

मानव अपनी सारी…
मानवता को खो रहा है।।
कोई भी इंसान…
किसी भी इंसान का ना हो रहा है।।

संम्पूर्ण…
संसार में स्वार्थ निहित हो गया है।।
जीवन…
सभी का व्यर्थ विदित हो गया है।।

अब किसी मानव में निस्वार्थ प्रेम
ना बचा है।।
देखो जीवन के हर रिश्ते का एक दाम वस्तु
सा लगा है।।

हे ईश्वर…

आप कब पृथ्वी पर आओगे।।
कुछ तो संकेत दो कैसे अपने…
दर्शन कराओगे।।

अल्लाह बनकर आओगे या फिर भगवन बनकर आओगे।।
कुछ तो कहते है शायद जीजस बनकर
आओगे।।

क्या करना हमको चाहे जिस रूप में भी प्रभु तुम
आना।।
विनती है आकर अपने दर्शन जरूर
कराना।।

प्रत्येक स्थान पर नारी का सम्मान
खो रहा है…
सीधे सच्चों मानव का अपमान
हो रहा है…

अपने मन की पीड़ा मनुष्य किसे बतलाये।।
किसी भी भक्ति से ईश्वर तुझको मानव ना पाये।।

हे ईश्वर…

अब तो इस जीवन से मुक्ति दे दो…
प्रसन्न रहने की कोई युक्ति दे दो…

जब से आया हूँ पृथ्वी पर ऐसा ही जीवन
देखा है।।
क्या मेरे हाथों में ना कोई अच्छी भाग्य
रेखा है।।

हाँ इस दुनियां में केवल माँ ही इक ऐसी है।।
जो मुझको बिल्कुल ही तेरे जैसी दिखती है।।

अच्छा कृत्य करू या बुरा करू…
हर कृत्य में संग रहती है।।
तेरी रचना में बस इक वही…
सर्वोत्तम मुझको दिखती है।।

उसको सोच सोच कर हृदय मेरा व्यथित
हो जाता है।।
खुशियां देने की कोशिश करता हूँ पर उसको ना
दे पाता हूँ।।

कितना असहाय है जीवन मेरा हे ईश्वर यह तुमको बतलाना है।।
कैसे भी हो भगवन मेरे अब तुमको अपना दर्शन मुझको करवाना है।।

मुझ दीन हीन की सुन लो ईश्वर…
दया करो अबतो कुछ मुझ पर…

ताज मोहम्मद
लखनऊ

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 457 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all
You may also like:
ज़िंदगी को
ज़िंदगी को
Sangeeta Beniwal
किराये के मकानों में
किराये के मकानों में
करन ''केसरा''
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
परिभाषाएं अनगिनत,
परिभाषाएं अनगिनत,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
शहद टपकता है जिनके लहजे से
शहद टपकता है जिनके लहजे से
सिद्धार्थ गोरखपुरी
R J Meditation Centre, Darbhanga
R J Meditation Centre, Darbhanga
Ravikesh Jha
सहधर्मनी
सहधर्मनी
Bodhisatva kastooriya
The thing which is there is not wanted
The thing which is there is not wanted
कवि दीपक बवेजा
अनमोल मोती
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
"स्वामी विवेकानंद"
Dr. Kishan tandon kranti
*हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं (हिंदी गजल)*
*हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
किसी को फर्क भी नही पड़ता
किसी को फर्क भी नही पड़ता
पूर्वार्थ
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
आशियाना तुम्हारा
आशियाना तुम्हारा
Srishty Bansal
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
मैं तो महज शराब हूँ
मैं तो महज शराब हूँ
VINOD CHAUHAN
बड़ा मज़ा आता है,
बड़ा मज़ा आता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Dictatorship in guise of Democracy ?
Dictatorship in guise of Democracy ?
Shyam Sundar Subramanian
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
साधना की मन सुहानी भोर से
साधना की मन सुहानी भोर से
OM PRAKASH MEENA
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
दयालू मदन
दयालू मदन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काबा जाए कि काशी
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
#चालबाज़ी-
#चालबाज़ी-
*प्रणय प्रभात*
मुझे दर्द सहने की आदत हुई है।
मुझे दर्द सहने की आदत हुई है।
Taj Mohammad
संसद उद्घाटन
संसद उद्घाटन
Sanjay ' शून्य'
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
surenderpal vaidya
Loading...