हे अंजनी सुत हनुमान जी भजन अरविंद भारद्वाज
हे अन्जनी सुत हनुमान जी
राम दुलारे सबके प्यारे, मेरा तुम उद्धार करो
हे अन्जनी सुत हनुमान जी, आओ मेरे कष्ट हरो
पवन पुत्र हनुमान आप, श्रीराम प्रभु को भाए हो
बनकर रक्षक मात सिया के, खोज उन्हें भी लाए हो
पूरी कर दो मेरी कामना, जीवन में मेरे खुशियाँ भरो
हे अन्जनी सुत हनुमान जी, आओ मेरे कष्ट हरो
बाल रूप में तुमने रवि को, अपने मुँह में छिपाया था
अक्षय कुमार को अपनी गदा से, तुमने मार गिराया था
अजर अमर अविनाशी हो तुम, मुझ पर भी उपकार करो
हे अन्जनी सुत हनुमान जी, आओ मेरे कष्ट हरो
लाल लंगोटे वाले बाबा, पग-पग पर है धाम तेरा
मन्नत पूरी करना सबकी, भक्त जो लेता नाम तेरा
अरविन्द लिखकर भजन कहे तुम, सबके मनोरथ पूरे करो
हे अन्जनी सुत हनुमान जी, आओ मेरे कष्ट हरो
© अरविन्द भारद्वाज