हूँ परेशान ……
हूँ परेशान खुद की जिंदगी से
क्या करुँ अब कहाँ जाऊँ मैं ।
डर है ऐ खुदा , इस कश-म-कश में
कहीं काफ़िर ना हो जाऊँ मैं ।
“सैय्यद आकिब ज़मील”
हूँ परेशान खुद की जिंदगी से
क्या करुँ अब कहाँ जाऊँ मैं ।
डर है ऐ खुदा , इस कश-म-कश में
कहीं काफ़िर ना हो जाऊँ मैं ।
“सैय्यद आकिब ज़मील”