हुस्न तेरा
तू जयादा न इतना सरिंगार कर
है उम्र तेरी यौवन की बेकार कर
मतलबी है जमाना तू है बेखबर
यूं जयादा न इतना तू एतबार कर
हुस्न तेरा है जलवा तौबा ही तौबा
हर किसी से न ऐसे तकरार कर
नींद यूं रात की दिन का चैन गया
इस तरह हमको ना यूं बेकररार कर
फैसला जिदंगी का मैने कर लिया
चाहु जीना मै संग तेरे न इंकार कर
हौसला छोड ना यूं तू थक हार कर
जिदंगी है सुहानी पलट वार कर