हुश्न करें, गुरूर व करें कसूर ही कसूर ।
हुश्न करें, गुरूर व करें कसूर ही कसूर ।
पाये सहज वाही वाही, रहे बेकसूर ।।
धोखे धोखा, हंसी हंसी दोष ही दोष l
यह रही सरीफआशिकों की, हालत हजूर ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
हुश्न करें, गुरूर व करें कसूर ही कसूर ।
पाये सहज वाही वाही, रहे बेकसूर ।।
धोखे धोखा, हंसी हंसी दोष ही दोष l
यह रही सरीफआशिकों की, हालत हजूर ll
अरविन्द व्यास “प्यास”