हीरो बन जा
मैं कहता हूं हीरो बन जा।
जीवन में जो जीरो बन जा।।
जीरो क्या है ,सोच तू इस पर,
गणित टिकी है , सारी जिस पर,
बता मुझे तू जीरो बनकर क्यों ऐंठे ,
क्या मान तेरा जब तू पहले बैठे। (05)
05 में पांच प्रमुख है तेरा कोई मोल नहीं।
यानी सिफर प्यारे तेरा कोई तोल नही।
तो फिर प्यारें अकिंचन बन जा।
जीवन में तू जीरो बन जा।
मैं कहता हूं हीरो बन जा।
कोई तुझको इग्नोर करे तो ,
न कोई तुझ पर गौर करे तो,
बैठ तू उसके दाएं जाकर। ( 5 के साथ 0 =50)
उसे उठा दस गुना बनाकर।
औकात बड़ेगी उसकी ज्यादा।
कोई न समझे फिर तुझे प्यादा।
फिर गुरूता में चाहे तन जा।
प्यारे तू बस जीरो बन जा।
सही मायने हीरो बन जा।
कोई तुझको रौब जमाए। (0x 5)
तुझसे आकर आंख मिलाए।
कर ले साथ गुणा का उससे।
वो मिट कर ही मिलेगा तुझसे।
कितनीभी औकात किसी की ,
पल में शानो शौकत मिट जा।
तो प्यारे ऐसा जीरो बन जा।
जीवन में तू हीरो बन जा।
गर तू माथे पर चढ़ जाए।
तो तुझको कोई न भेद पाए। (0/5)
ऐसा ही तू अक्षत बन जा।
प्यारेतु बस जीरो बन जा।
सही माने में हीरो बन जा।
सबसे प्यारी बात बताऊं।
मैं तेरी औकात बताऊं। (5/0=अनंत)
गर तू जा बैठे पांवों में।
खुद को माने छोटा दावों में।
तो प्यारे अनंत बन जायेगा।
ईश्वर सा तेरा पद होगा ,
सम्मान गजब का पाएगा।
आनन्द समेटे अपने भीतर,
ऐसा तू निरंजन बन जा।
प्यारे गर तू जीरो बन जा।
सही माने में हीरो बन जा।
कलम घिसाई