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31 May 2024 · 1 min read

*हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास (कुंडलिया)*

हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास (कुंडलिया)
_________________________
हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास
वरना यों ही था पड़ा, रहता सदा उदास
रहता सदा उदास, परख कोई कब पाया
सब ने समझा बाट, तराजू के सॅंग आया
कहते रवि कविराय, चाल चल धीरे-धीरे
एक दिवस संसार, तुझे समझेगा हीरे
—————————————
बाट = वस्तुओं के भार को तोलने के लिए तराजू के एक पलड़े पर रखा जाने वाला निर्धारित वजन । उदाहरणार्थ एक किलो, आधा किलो, सौ ग्राम आदि
तराजू = वजन तोलने का उपकरण
——————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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