Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2022 · 1 min read

हिल मिल के रहै जाह

हिल मिल के रहै जाह

हौ सब कोई हिल मिल के रहै जाह
एक देसरा संग गारा मिल रहै जाह.
की धर्म जाति के नाम पर लड़ै जाइ छह?
बेमतलबो खून खूनामे नै करै जाह?

हौ की भेटतह एक दोसरा के खून बहा के?
की बांचल रहतह? तोरा लक की रहतह?
कोनो जाहिल धर्मगुरू की नेता के कहला पर
कखनो मानवता के सत्यानाश नै करै जाह?

कमा खटा मेहनत क मुनुक्ख बनि जीबह.
अपनो जीयह अनको जीबह दहक.
हिल मिल आफत विपत मे संग रहअ
देखबहक जिनगी जीबाक की आनंद भेटतह.

कखनो धर्मक नाम त कखनो जातिक नाम पर
खून खूनामे लै किए आतुर भऽ जाई छह?
हौ की भेटतह धार्मिक उन्माद पाखंड सब स?
मनुक्खे दोसर मनुक्ख समाज के नोकसान नै करह

हौ ईशवर अल्ला वाहे गुरू जीसस बौद्ध जैन मुनी
सबटा एक्के छियैअ ओकर रूपे टा अलग छै?
मानि लै कारीगर के बात,सब मिल करह मानव कल्याण.
हौ लोक समाज मे सब हिल मिल रहै जाह.

बंधुत्व भाईचारा समाजिक निसाफ के गिरह
कोई भड़काबह तइओ किन्नौ नै तोरैह जाह.
मनुक्ख समाज गाछ बिरिछ प्रकृति माल जाल
सब एक दोसरा संग हिल मिल रहै जाह.

कवि- डाॅ. किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)
19/03/2022

Language: Maithili
2 Likes · 567 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
राधा
राधा
Mamta Rani
3889.*पूर्णिका*
3889.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हीं हो
तुम्हीं हो
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
शिकवा ,गिला
शिकवा ,गिला
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल(गुलाबों से तितली करे प्यार छत पर —)————————–
ग़ज़ल(गुलाबों से तितली करे प्यार छत पर —)————————–
डॉक्टर रागिनी
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
Phool gufran
दायित्व
दायित्व
TAMANNA BILASPURI
नास्तिकता
नास्तिकता
मनोज कर्ण
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
पूर्वार्थ
आपके लबों पे मुस्कान यूं बरकरार रहे ,
आपके लबों पे मुस्कान यूं बरकरार रहे ,
Keshav kishor Kumar
वीर-जवान
वीर-जवान
लक्ष्मी सिंह
देख कर
देख कर
Santosh Shrivastava
शिक्षा हर मानव का गहना है।
शिक्षा हर मानव का गहना है।
Ajit Kumar "Karn"
..
..
*प्रणय*
यूं टूट कर बिखरी पड़ी थी तन्हाईयां मेरी,
यूं टूट कर बिखरी पड़ी थी तन्हाईयां मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोकोक्तियां (Proverbs)
लोकोक्तियां (Proverbs)
Indu Singh
रिश्तों में...
रिश्तों में...
Shubham Pandey (S P)
सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है
सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है
Koमल कुmari
🌸मन की भाषा 🌸
🌸मन की भाषा 🌸
Mahima shukla
" गुनाह "
Dr. Kishan tandon kranti
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बहकते हैं
बहकते हैं
हिमांशु Kulshrestha
राम तुम्हारे नहीं हैं
राम तुम्हारे नहीं हैं
Harinarayan Tanha
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
Rituraj shivem verma
मेरे भाव मेरे भगवन
मेरे भाव मेरे भगवन
Dr.sima
कहे साँझ की लालिमा ,
कहे साँझ की लालिमा ,
sushil sarna
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
Ashwini sharma
क्या ?
क्या ?
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...