हिन्दुस्तान रहने दो ।
गरीबों के चेहरे पर मुस्कान रहने दो ,
इस देश की मिट्टी को हिंदुस्तान रहने दो ।
आसमाँ में उड़ रहे है आज बेख़ौफ़ परिंदे
वो आजाद है उन्हें आजाद रहने दो ।
इस देश की मिट्टी में कोई तो बात है ,
यहाँ हिन्दू मुस्लिम सब साथ जो रहते है
हम एक है , हमें एकता में रहने दो ।
मत बाँटो हमें ..हमें बस इंसान रहने दो ।
याद करेंगे हरदम यह बलिदान तुम्हारा है ,
यह आजादी हमें तो सबसे जान से प्यारा है ।
मेरे चेहरें पे जो आज ख़ुशी है बरक़रार रहने दो ।
ये आसमाँ चाँद,सितारे सब ले लो ..
मगर इस मिट्टी को हिंदुस्तान रहने दो ।
वक़्त पड़े तो ख़ुद को कुर्बान भी कर दू
इस देश के लिए इस तन को दान भी कर दू
मगर इस ज़िस्म में अभी खून रहने दो
इस मिटटी के लिए कुछ कर जाओ ऐसा जूनून रहने दो ।
-हसीब अनवर