हिन्दी है इस देश की
हिन्दी है इस देश की
मुक्तक-१
हिन्दी है इस देश की, भाषा बहुत महान।
एक सूत्र में बांधती, सहज बढ़ाती शान।
अनदेखे कर दें सभी, छोटे मोटे भेद।
हो जाएंगे शीघ्र फिर, पूर्ण सभी अरमान।
~~
मुक्तक-२
एक देश को चाहिए, भाषा माध्यम एक।
और संग फूले फले, भाषा क्षेत्र अनेक।
पूर्ण राष्ट्र में सहज हो, हिन्दी की जयकार।
इसी हेतु मिलजुल सभी, जागृत करें विवेक।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, मण्डी (हि.प्र.)