हिन्दी से हैं हम
है मझधार में यह
उस पार ले जाना है।
हम ही हैं कल के खेवैया
इस गर्व को बचाना है।
आज जो बिपदा आन पड़ी है
तुझे अस्तित्व में लाना है।
है गर्व हमें हम हैं हिन्दी भाषी
यह गीत लिखते जाना हैं।
?✍रचना झा
आप सभी को हिन्दी दिवस् की हार्दिक शुभकामनाएँ ?