हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
– हिन्दी दोहा-बिषय- “सत्य”
कर न पाये बराबरी,
झूठ कभी श्रीमान।
सत्य सूर्य सम है सदा,
पाता सदा सम्मान।।
सत्य अहिंसा से अधिक,
नहीं बड़ा हथियार।
दुश्मन भी अपना बने,
पाकर मन का प्यार।।
सत्य कभी छुपता नहीं,
करो कितने प्रयास।
फसे झूठ के जाल में,
नहीं मुक्ति की आस।।
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राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़*
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
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