Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2024 · 1 min read

“हिन्दी का सम्मान”

“निज भाषा पर अभिमान रहे ,
प्रिय हिन्दी तेरा सम्मान रहे ।

वर्तमान में घुले मिसरी जैसे ,
अन्य भाषा बोले अपनी जैसे ।
अपनत्व रहे हर भाषा में ,
सम्मान रहे हर भाषा का ।
पर हर भारत वासी को
निज भाषा पर अभिमान रहे ,
माँ तुल्य हिन्दी का ज्ञान रहे ।

निर्देश हिन्दी में सुने ,
चाहे बटन दो दबाये ।
हिन्दी बोले निसंकोच ,
चाहे लोग मखौल उड़ाये ।
आंगल बोले सुने ,
पर निज भाषा पर अभिमान रहे ,
सर्वोत्तम भाषा हिन्दी का मान रहे ।

अपना मानो , व्यवहार में लाओ ,
हिन्दी से हम है , यह संज्ञान में लाओ ।
समझो वक्त के तक़ाज़े को ,
ताकि निज भाषा पर अभिमान रहे ,
आगामी भविष्य में ,
प्रिय हिंदुस्तान की हिन्दी का गान रहे ।”
नीरज कुमार सोनी
“जय श्री महाकाल”

1 Like · 193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
Kumar lalit
चाय पीते और पिलाते हैं।
चाय पीते और पिलाते हैं।
Neeraj Agarwal
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
हक जता तो दू
हक जता तो दू
Swami Ganganiya
मेरी तुझ में जान है,
मेरी तुझ में जान है,
sushil sarna
🧟☠️अमावस की रात ☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात ☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
" हँसिए "
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार हमें
प्यार हमें
SHAMA PARVEEN
बस पल रहे है, परवरिश कहाँ है?
बस पल रहे है, परवरिश कहाँ है?
पूर्वार्थ
वह कौन सा नगर है ?
वह कौन सा नगर है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*हीरे को परखना है,*
*हीरे को परखना है,*
नेताम आर सी
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,
वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*शिक्षक*
*शिक्षक*
Dushyant Kumar
सजि गेल अयोध्या धाम
सजि गेल अयोध्या धाम
मनोज कर्ण
😊अनुरोध😊
😊अनुरोध😊
*प्रणय प्रभात*
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
4061.💐 *पूर्णिका* 💐
4061.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
Kshma Urmila
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
Lokesh Sharma
बात बनती हो जहाँ,  बात बनाए रखिए ।
बात बनती हो जहाँ, बात बनाए रखिए ।
Rajesh Tiwari
-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
हम करना कुछ  चाहते हैं
हम करना कुछ चाहते हैं
Sonam Puneet Dubey
जीवन में कुछ बचे या न बचे
जीवन में कुछ बचे या न बचे
PRADYUMNA AROTHIYA
न जाने वो कैसे बच्चे होंगे
न जाने वो कैसे बच्चे होंगे
Keshav kishor Kumar
मुखौटे
मुखौटे
Shaily
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
शेखर सिंह
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...