हिचकियां
आज तो हिचकियों ने पोल खोल दी थी उसकी
बीबी के साथ बैठा था जब वो
अचानक महबूबा को याद आ गई थी उसकी
कौन याद कर रहा है बीबी ने पूछा उसकी
मैं तो यहाँ तुम्हारे साथ हूँ
साथ में बीबी ये भी कह रही थी उसकी
शक्ल देखने लायक़ थी उसकी
बीबी का ख़ौफ इतना कि डर के मारे
जान हलक में आ गई थी उसकी
ज़ुबान खुल नहीं रही थी उसकी
जान तो बचानी थी अब
कहा आज तबियत ठीक नहीं है उसकी
ज़रूर कल अच्छे से खबर लेगा उसकी
मन में सोच रहा था जब वो ये
अचानक मोबाइल पर कॉल भी आ गई उसकी
अब तो और भी शामत आ गई थी उसकी
फिर क्या था दोस्तों
लग रहा था आज पोल ही खुल जाएगी उसकी
लेकिन आज क़िस्मत अच्छी थी उसकी
बीवी भी पानी लेने चली गई थी और
फ़ोन पर साइलेंट की सेटिंग भी ऑन थी उसकी