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28 Dec 2021 · 2 min read

हिंदू शरणार्थियों के प्रति रामपुर रियासत का आदर्श उदाहरण

हिंदू शरणार्थियों के प्रति रामपुर रियासत का आदर्श उदाहरण
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पाकिस्तान के निर्माण के बाद वहाँ से हिंदू शरणार्थियों का भागकर तथा अपनी जान बचाकर भारत में आगमन शुरू हुआ। यह स्वाभाविक था क्योंकि पाकिस्तान में उनका धर्म संस्कृति ही नहीं उनकी जीवन और आबरू भी खतरे में थी । वह जिन परिस्थितियों में भागकर पाकिस्तान से भारत आ रहे थे ,वह भयावह थी। एक प्रसिद्ध फिल्म “भाग मिल्खा भाग का शीर्षक ही उनकी नारकीय परिस्थितियों को दर्शाने वाला था ।
सबसे बड़ी समस्या यह थी कि पाकिस्तान से आने वाले उत्पीड़ित हिंदुओं को भारत में कहाँ बसाया जाए तथा किस प्रकार बसाया जाए ? ऐसे में उत्तर प्रदेश की रामपुर रियासत ने एक आदर्श उपस्थित किया था । यह छोटी सी रियासत मुस्लिम प्रभुत्व वाली थी तथा इस पर सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम शासकों का शासन चल रहा था । यहाँ के शासक नवाब रजा अली खान यद्यपि अपनी रियासत तो बचाना चाहते थे लेकिन फिर भी वह धर्मनिरपेक्ष तथा उदार प्रवृत्ति के थे। उन में भारतीय राष्ट्रीयता की भावना थी तथा वह सब प्रकार से भारतीय संघ के साथ मिलकर चलने के इच्छुक थे । अपनी दूरदृष्टि के साथ भारत के साथ रामपुर रियासत के अटूट संबंधों पर मुहर लगाने की दृष्टि से रामपुर में “गाँधी समाधि” की स्थापना नवाब रजा अली खान का एक महत्वपूर्ण कार्य इस दृष्टि से रहा कि यह एक प्रकार से घोषणा थी कि रामपुर रियासत का भविष्य भारत के राष्ट्रपिता की स्तुति के साथ सदैव- सदैव के लिए जुड़ा रहेगा।
पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को बहुत आदर और सम्मान के साथ तथा बड़ी सुविधाओं के साथ रामपुर में बसाया गया। इसके लिए रियासतकालीन बड़ी-बड़ी इमारतों को उन्हें भेंट स्वरूप प्रदान किया गया। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार लगभग छह हजार से भी ज्यादा शरणार्थियों को रामपुर रियासत के दौर में शरण दी गई तथा उनको रियासत के बाकी तमाम नागरिकों की तरह तमाम सुविधाएं प्रदान की गई।( संदर्भ : रामपुर का इतिहास : लेखक शौकत अली खाँ एडवोकेट )
यह इतिहास का एक उज्जवल पृष्ठ है ,जिसमें किसी मुसलमान शासक द्वारा हिंदू शरणार्थियों को गले लगाने तथा उन्हें अपनी रियासत में आत्मसात करने का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया गया। आज 1947-48 के दौर में एक मुस्लिम रियासत रामपुर के नवाब द्वारा उदार धर्मनिरपेक्षता का उदाहरण स्मरण करना बहुत प्रासंगिक हो गया है ।
————————————————लेखक: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा,रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 999 761 5451

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