हिंदुस्तान
1
सजा हुआ है दुल्हन जैसा, प्यारा हिंदुस्तान हमारा।
गूँज रहा है जल थल नभ में, भारत माँ की जय का नारा।
फिर वो पावन दिन आया है, जब आज़ादी पाई हमने,
नमन हमारा उन्हें जिन्होंने
अपना जीवन इस पर वारा
2
सर पर ताज हिमालय जैसा , पायल गंगा धारा है।
स्वर्ग कहीं पर है जग में तो, यह कश्मीर हमारा है।
वेदों की हैं यहाँ ऋचायें, तप बल ऋषियों मुनियों का
हिंदुस्तान हमारा हमको, प्राणों से भी प्यारा है
3
धर्मों की दीवार खड़ी जो, उसको आज गिराना होगा।
जन गण मन अधिनायक जय का, गान मधुर मिल गाना होगा।
पायी है हमने आज़ादी, वीरों की कुर्बानी देकर
आपस के मतभेद मिटाकर, उसको हमें बचाना होगा
डॉ अर्चना गुप्ता