//••• हिंदी •••//
//••• हिंदी •••//
——————
सूर,तुलसी,रसखान से मनके,सूत्र पिरोती हार सी है
सप्त स्वरों से आच्छादित ‘हिंदी’ वीणा की झंकार सी है
शब्दों के मधुरस की प्याली,बहती गंग की धार सी है
जन-जन की अभिलाषा ‘हिंदी’ सम्बन्धों की प्यार सी है
बहुभाषाई, शब्द सरोवर शीतल पवन बयार सी है
सुगम,सुहावन,मनभावन ‘हिंदी’ रसों में रस श्रृंगार सी है
रंग-बिरंगी रंगोली सम , तारों के परिवार सी है
मस्त,मधुर,मतवाली ‘हिंदी’ गीत ग़ज़ल की नार सी है
राष्ट्र की भाषा, राष्ट्र का गौरव बनने को तैयार सी है
‘हिंदी’,हिन्दुस्थान में “चुन्नू” जन के जीवन की सार सी है
//•••• कलमकार ••••//
चुन्नू लाल गुप्ता-मऊ (उ.प्र.)✍️
आप सभी साथियों व देशवासियों को मेरी तरफ से हिंदी दिवस “२०२४”की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏 🙏