Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2024 · 1 min read

हिंदी दोहे -हृदय (राजीव नामदेव राना लिधौरी)

हिंदी दोहे – हृदय

रखो हृदय में प्यास तुम,पीने को रस राम।
#राना आए गेह में , सदा सुहानी शाम।।

सदा भक्ति रस पीजिए,आकर इस संसार।
#राना चाहत यह बसे ,रहे हृदय में प्यार।।

निर्मल जल-सा जब हृदय, हो #राना रस धार।
ऐसे नर संसार में , सदा बाँटते प्यार।।

कौन हृदय रखता नहीं ,और न रखता प्यार।
पर#राना जो मद रखें ,करें गलत व्यवहार।।

हृदय जानता नीति को ,और प्रेम के खेल।
#राना संगत दुष्ट की,सदा बिगाड़े मेल।।
*** दिनांक -24-12-2024

✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” हिंदी पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

12 Views
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

" लोग "
Dr. Kishan tandon kranti
*शूल  फ़ूलों  बिना बिखर जाएँगे*
*शूल फ़ूलों बिना बिखर जाएँगे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क्या हिसाब दूँ
क्या हिसाब दूँ
हिमांशु Kulshrestha
लगता है🤔 दुख मेरे मन का
लगता है🤔 दुख मेरे मन का
Karuna Goswami
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
Ravikesh Jha
Sharing makes you bigger than you are. The more you pour out
Sharing makes you bigger than you are. The more you pour out
पूर्वार्थ
#दोहा
#दोहा
*प्रणय*
दिल्लगी
दिल्लगी
Dipak Kumar "Girja"
उसे किसका ख्वाब दिखाऊं
उसे किसका ख्वाब दिखाऊं
Harshit Nailwal
नए अल्फाज
नए अल्फाज
Akash RC Sharma
मेरा भारत जिंदाबाद
मेरा भारत जिंदाबाद
Satish Srijan
बादल
बादल
Dr.Pratibha Prakash
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अयोध्याधाम
अयोध्याधाम
Sudhir srivastava
Ignorance is the shield
Ignorance is the shield
Chitra Bisht
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
रंगों में रंग जाओ,तब तो होली है
Shweta Soni
प्रेम-गीत
प्रेम-गीत
Shekhar Chandra Mitra
सिंहपर्णी का फूल
सिंहपर्णी का फूल
singh kunwar sarvendra vikram
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
धरती दिल की बाँझ
धरती दिल की बाँझ
Rishabh Tomar
कविता हंसना
कविता हंसना
Akib Javed
घमंड ही घमंड है l
घमंड ही घमंड है l
अरविन्द व्यास
यथा नाम तथा न गुणा
यथा नाम तथा न गुणा
अमित कुमार
4793.*पूर्णिका*
4793.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज्ञान -दीपक
ज्ञान -दीपक
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बंजारा
बंजारा
Mohammed urooj khan
मीत झूठे स्वप्न टूटे
मीत झूठे स्वप्न टूटे
Sukeshini Budhawne
Loading...