हिंदी का उत्थान
मुक्तक
१.
अपनी भाषा हिंदी का उत्थान करें हम।
इसी हेतु जागृत अपना स्वाभिमान करें हम।
दैनिक सब कार्यों में इसको ही अपनायें
इससे ही संचालित हर संस्थान करें हम।
२.
पूरी दुनिया में हिन्दी का मान बढ़ रहा।
साथ साथ ही भारत का सम्मान बढ़ रहा।
स्थिति अनिश्चय की अब बिल्कुल दूर हो। रही।
प्रगति पथ पर ज्ञान और विज्ञान बढ़ रहा।
३.
पूर्ण जगत में हो रहा, हिन्दी का विस्तार।
और साथ ही बढ़ रहा, भारत के हित प्यार।
यह भाषा है प्रिय बहुत, सबके मन को भाय।
इसी सत्य में है निहित, राष्ट्र प्रेम का सार।
४.
हिन्दी है इस देश के, गौरव की पहचान।
रोज रोज के काम में, इसको दें अधिमान।
सभी दिशा में हम करें, इसका खूब प्रसार।
राष्ट्रभाव के ऐक्य का, सूत्र इसी में जान।
५.
ज्ञान और विज्ञान का आधार हिन्दी।
कर रही है स्वप्न सब साकार हिन्दी।
बढ़ रहे हैं कदम आगे ही निरंतर।
कर रही नव शक्ति का संचार हिन्दी।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य,
पाल ब्रदर्स, मण्डी- १७५००१ (हि.प्र.)