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19 Nov 2017 · 1 min read

हास्य:-बात माननी पड़ी !

हास्य:-बात माननी पड़ी !
.
बात गहरी है,
पर कुछ भी नहीं,
.
रात औरत कह रही थी,
मिर्च तेज है,
रात खाना,
उसने नहीं,
मैंने बनाया था,
.
सुबह मानना ही पड़ा,
हाँ,
मिर्च तेज थी,
.
जयहिंद !
.
सुबह लेटरीन में,
टिस्सू पेपर से नहीं,
हाथ पानी से धोने पड़े,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 535 Views
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