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22 Oct 2024 · 1 min read

हासिल जहाँ को करके भी

हासिल जहाँ को करके भी
हासिल नहीं है कुछ ।
मिलती है धूल अक्सर
वक़्त की तलाशियों में ।
-डॉ फौज़िया नसीम शाद

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