Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2017 · 1 min read

“. . . हाल गये ।”

( यह हास्य गज़ल हैं , इसमें इक तोतला प्रेमी अपने प्रेमिका से दिल का दर्द बयां कर रहा हैं ! . . . )

तेले प्याल में ज़ानू इसकदल हाल गये ।
बेमौत अपने – आप को ही हम माल गये ।

समज़ में नहीं आयी , थी ख़ता तेली या मेली ,
दूल कुछ पहले , कुछ बाद दोस्त – याल हुये ।

तुझे देवी बनाया मेले प्याल के मंदिल की ,
अब उसी घल – मंदिल के बियल – बाल हुये ।

क्यां कले ? इस के अलावा कुछ कल ना सका ,
हम तो भली ज़वानी में अब बेकाल हुये ।

युं आस थी तेले घल को ससुलाल बनाऊँ ,
तेले घल के माली तक से इनकाल हुये ।

इक हसलत थी की , तेली ड़ोली उठा लावु ;
अब अलमानों के अल्थी के कंधे चाल हुये ।

इस फ़कील के झोली से कैसें इलाज़ होगा ?
उस कातील निगाहों से गहले वाल हुये ।

व्यापाली बाप उसका दिल बेचने बैठा हैं ,
लगता हैं , अब तो चाहतों के बाज़ाल हुये ।

– शायर : प्रदिपकुमार साख़रे
+917359996358.

401 Views

You may also like these posts

सपनों का अन्त
सपनों का अन्त
Dr. Kishan tandon kranti
बयार
बयार
Sanjay ' शून्य'
दे दो हमें मोदी जी(ओपीएस)
दे दो हमें मोदी जी(ओपीएस)
Jatashankar Prajapati
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिंदा मनुख
जिंदा मनुख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दोहा पंचक. . . . मजदूर
दोहा पंचक. . . . मजदूर
sushil sarna
" क़ैदी विचाराधीन हूँ "
Chunnu Lal Gupta
तोड़ा है तुमने मुझे
तोड़ा है तुमने मुझे
Madhuyanka Raj
मतलब हम औरों से मतलब, ज्यादा नहीं रखते हैं
मतलब हम औरों से मतलब, ज्यादा नहीं रखते हैं
gurudeenverma198
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अब   छंद  ग़ज़ल  गीत सुनाने  लगे  हैं हम।
अब छंद ग़ज़ल गीत सुनाने लगे हैं हम।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
पूछा किसी ने..
पूछा किसी ने..
हिमांशु Kulshrestha
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मिजाज़
मिजाज़
पं अंजू पांडेय अश्रु
दुखकर भ्रष्टाचार
दुखकर भ्रष्टाचार
अवध किशोर 'अवधू'
अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
Indu Singh
जागरूकता
जागरूकता
Rambali Mishra
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
ना जाने क्यों ?
ना जाने क्यों ?
Ramswaroop Dinkar
इन्सानी रिश्ते
इन्सानी रिश्ते
Seema Verma
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
शब्द
शब्द
Dr. Mahesh Kumawat
😊
😊
*प्रणय*
We are not meant to stay the same. We are meant to grow and
We are not meant to stay the same. We are meant to grow and
पूर्वार्थ
मांनखौ
मांनखौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
- जीवन की यह रेलगाड़ी -
- जीवन की यह रेलगाड़ी -
bharat gehlot
मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
बात उनकी कभी टाली नहीं जाती  हमसे
बात उनकी कभी टाली नहीं जाती हमसे
Dr Archana Gupta
बरगद और बुजुर्ग
बरगद और बुजुर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...