” हालात “
मेरे हालात क्या बदले ,
उन्होंने तो मुंह ऐसे फेर लिया
जैसे वो इंतजार में थे मेरे हालात बदले के ।
मेरे दिल की दीवारें क्या गिरी ,
उन्होंने तो रास्ता ही बना लिया निकलने के ।।
✍️ ज्योति ✍️
मेरे हालात क्या बदले ,
उन्होंने तो मुंह ऐसे फेर लिया
जैसे वो इंतजार में थे मेरे हालात बदले के ।
मेरे दिल की दीवारें क्या गिरी ,
उन्होंने तो रास्ता ही बना लिया निकलने के ।।
✍️ ज्योति ✍️