हार जाती है
स्वयं को हर विषमं से विषम परिस्थितियों
का सामना करने की क्षमता रखने वाली
नारी जिसे कभी न हार मानने वाली
अपराजिता भी कहा जाता है, हार जाती है,
कभी लोगों की संकुचित मानसिकता के
कारण तो कभी अपनी शारीरिक
दुर्बलता के कारण !
डाॅ फौज़िया नसीम शाद