हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नेता
नेता वह है
जो किसी देश या संगठन का
भली-भाँति नेतृत्व करे
साथ ही देश और लोगो को
एकता के सूत्र में बांधे
सज्जन को सम्मान दे
दुष्टों को साधे
पर आज ऐसा नहीं है—
कक्षा का नालायक छात्र
जब सड़क पर आता है
अकड़ कर चलता
रंगबाज़ी दिखाता है
और जूते-लात खाते-खिलाते
हो जाता है मशहूर
दुनिया के लिए बिगड़ैल
खुद के लिए शूर
और जब किसी शूर की दुष्टता
दुनिया जान लेती है
तो उसके सामने
खुद को हारा हुआ मान लेती है
इस प्रकार मानवता रोती है
वह जहाँ खड़ा होता है
कतार वहीं से प्रारंभ होती है।
अपने इस रूतबे में
निकाय चुनावों में सीट हँथियाता है
राजनीति शास्त्र का छात्र हो जाता है
और किसी भी राजनीतिक गिरोह की
सदस्यता ग्रहण करने का पात्र हो जाता है
एक दल संरक्षक बनता है
दूसरे शोर मचाते हैं
उसके काले कारनामे
खबरों में आते हैं
और इस प्रकार जब पोल खुलती है
उस पर संविधान की धाराओं का
अच्छा खासा लोड हो जाता है
फिर वह मदर पार्टी छोड़कर
बेशर्मी से मुँह मोड़कर
जब सत्ता दल से जुड़ता है
हार्पिक से धुला हुआ
कम्बोड हो जाता है
चुनाव आते हैं
हाथ जोड़ता है
वादे करता है
कभी-कभी तो
दलित का जूठन भी
मुँह में डाल लेता है
और इस प्रकार झाँसा देकर
अपनी गाड़ी निकाल लेता है
जीत कर आता है
घूस और कमीशन के शिवा
कुछ नहीं खाता है
जनता के द्वारा चुना हुआ यह नुमाइंदा
जब जनता को ही चूना लगाता है
देश पछताता है
उसका बस एक सूत्रीय कार्यक्रम होता है
अपना स्वार्थ साधना
जिसके लिए वह
युवाओं की टीम तैयार करता है
चमचों के झुंड में रहता है
उन्हीं के माध्यम से काम होते हैं
उन्हीं के माध्यम से कमीशन खाता है
तगड़ा हो जाता है
बस यही आज के नेताओं की चाल है
यही कारण है कि मेरा देश बदहाल है।