हायकू
1
गाँव का गांव
डूब गया बाढ़ में
गिध्दों का जश्न ।
2
सावन आंखें
दलदली जीवन
धंसते पाँव ।
3
वक्त के साथ
होते रहे धूमिल
रिश्तों के अक्स ।
4
डूबती नाव
किनारे हैं हंसते
किसे पुकारूं ।
5
उत्तरायण
हो गया प्रभाकर
ताप अधिक ।
-सुनील कुमार सजल