Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2022 · 1 min read

हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।

हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
श्याम सुंदर मोहना मन को रिझाया आपने।
स्नेह का दीपक जला कर,संग मेरे हर घड़ी-
हाथ मेरा थाम कर नित,पथ दिखाया आप ने ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 211 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
Bj88 - Nhà Cái Đá Gà Uy Tín Số 1 Châu Á 2024 | BJ88C.COM
पंछी
पंछी
Saraswati Bajpai
नानी का गांव
नानी का गांव
साहित्य गौरव
यारो हम तो आज भी
यारो हम तो आज भी
Sunil Maheshwari
-पिता है फरिश्ता
-पिता है फरिश्ता
Seema gupta,Alwar
अब कष्ट हरो
अब कष्ट हरो
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
आज का मुक्तक
आज का मुक्तक
*प्रणय*
सुरत सरताज
सुरत सरताज
Sonu sugandh
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तीर लफ़्ज़ों के
तीर लफ़्ज़ों के
Dr fauzia Naseem shad
* प्यार की बातें *
* प्यार की बातें *
surenderpal vaidya
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन में कुछ बचे या न बचे
जीवन में कुछ बचे या न बचे
PRADYUMNA AROTHIYA
काशी विश्वनाथ।
काशी विश्वनाथ।
Dr Archana Gupta
2944.*पूर्णिका*
2944.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन
बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन
Neelam Sharma
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
शिव प्रताप लोधी
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
Chunnu Lal Gupta
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
*मस्ती को कब चाहिए, धन-दौलत-भंडार (कुंडलिया)*
*मस्ती को कब चाहिए, धन-दौलत-भंडार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यमराज का श्राप
यमराज का श्राप
Sudhir srivastava
एक दिया उम्मीदों का
एक दिया उम्मीदों का
Sonam Puneet Dubey
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*दौलत (दोहा)*
*दौलत (दोहा)*
Rambali Mishra
सुख - एक अहसास ....
सुख - एक अहसास ....
sushil sarna
सरस्वती वंदना-5
सरस्वती वंदना-5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
The Lonely Traveler
The Lonely Traveler
Manisha Manjari
.पुराना कुछ भूलने के लिए
.पुराना कुछ भूलने के लिए
पूर्वार्थ
अगर हो अंदर हौसला तो पूरा हर एक काम होता है।
अगर हो अंदर हौसला तो पूरा हर एक काम होता है।
Rj Anand Prajapati
फिर जल गया दीया कोई
फिर जल गया दीया कोई
सोनू हंस
Loading...