हाथ तिरंगा ले चलो
कुंडलिया छंद…
हाथ तिरंगा ले चलो, करते जय- जयगान।
अक्षुण्ण सदियों तक रहे, वीरों का सम्मान।।
वीरों का सम्मान, देख दुनियां सुख पाये।
देशभक्ति अनुराग, हृदय भारत जन छाये।।
दिव्य मनोरम भूमि, धाम बहती सुचि गंगा।
‘राही’ गौरव गान, करो नित ध्यान तिरंगा।। 606
डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)
07-08-2022