हाथ छुडाकर क्यों गया तू,मेरी खता बता
हाथ छुडाकर क्यों गया तू,मेरी खता बता
कैसे जीवन कट पायेगा,मुझे कोई राह बता.
हाल बुरा है तेरे पिता का,रोये बार बार
माता निढाल पडी है तेरी,आजा एक बार.
जार जार तेरी दादी रोती,हो जाती बेहोश
बहन भाई तूझे ढूंढ रहे है,खोये हुए होश.
हार चुके तेरे चाचा चारों,है मन से परेशान,
चाची रोती जार जार,बहुत हो गयी है परेशान.
संगी साथी राह देख रहे,लेकर आंखों में नीर
कैसे दिलासा मैं दूं उनको,केसै बांधूं धीर.
नाते रिश्तेदारी में सब बाट देख रहे तेरी
तू खेलता घर के अंदर,आती मौंत मेरी.
छोड गया क्यों हमको रोता,गौरव मेरे आजा
बाबा तेरा कैसे जीयेगा,कोई राह बताजा.
अंदर ही अंदर रोता हूं,मैं सबकी बधांऊं धीर
सबकी आशा था तू ही,तू दे गया दुख गम्भीर.
दादा का दर्द