Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2017 · 1 min read

हाईकु-छंद


सच्ची जिंदगी
पापाचरण तज
अच्छी वंदगी

व्यसन त्यागें
गुणों मे श्रेष्ठतम
वे रहें आगे

जिंदगी जीत
कर्तव्य पथ पर
सभी से प्रीत

तनाव नही
जीवन भर स्वस्थ
स्वभाव सही

एक ही शक्ति
गुणों मे अनुराग
गूणीं की भक्ति

लम्बी आयु है
प्राणायाम करिये
प्राण वायु है

योग साधना
संयमित जीवन
धर्म धारणा

ईश वंदना
आत्म वल बड़ता
कोई द्वन्द ना

मनोयोग से
सफलता मिलती
सहयोग से
१०
स्थिर किये जो
मन वचन काय
योगी बने वो
११
योग कीजिए
जिंदगी की जंगको
जीत लीजिए
१२
योग कीजिए
आत्म धर्म योग को
मान लीजिए

राजेन्द्र’अनेकांत’
बालाघाट दि.२९-०१-१७

Language: Hindi
539 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3658.💐 *पूर्णिका* 💐
3658.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कपट
कपट
Sanjay ' शून्य'
" दबाव "
Dr. Kishan tandon kranti
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
दीपावली उत्सव
दीपावली उत्सव
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नम आँखे
नम आँखे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
बहना तू सबला बन 🙏🙏
बहना तू सबला बन 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
हर बार नहीं मनाना चाहिए महबूब को
शेखर सिंह
मेरा दुश्मन
मेरा दुश्मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शीर्षक - तृतीय माँ
शीर्षक - तृतीय माँ
Neeraj Agarwal
दोहा - शीत
दोहा - शीत
sushil sarna
दिल हर रोज़
दिल हर रोज़
हिमांशु Kulshrestha
पुष्प
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
समय
समय
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
।।
।।
*प्रणय*
जी आजाद इस लोकतंत्र में
जी आजाद इस लोकतंत्र में
gurudeenverma198
हमारी आंखों में
हमारी आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
पगली
पगली
Kanchan Khanna
रमेशराज की एक हज़ल
रमेशराज की एक हज़ल
कवि रमेशराज
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Chaahat
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मुझे आने तो दो
मुझे आने तो दो
Satish Srijan
"जो इंसान कहलाने लायक नहीं,
पूर्वार्थ
तू छीनती है गरीब का निवाला, मैं जल जंगल जमीन का सच्चा रखवाला,
तू छीनती है गरीब का निवाला, मैं जल जंगल जमीन का सच्चा रखवाला,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जब कोई,
जब कोई,
नेताम आर सी
बड़े वे भाग्यशाली दोस्त जिनके साथ चलते हैं
बड़े वे भाग्यशाली दोस्त जिनके साथ चलते हैं
Dr Archana Gupta
नौकरी गुलामों का पेशा है।
नौकरी गुलामों का पेशा है।
Rj Anand Prajapati
Loading...