हाइकू
आँखिन सोहे
तीखो कजरा स्याम
मनवा मोहे।
कान्हा के मुख
दीं दिठौना मैया
आत्मा को सुख।
नजर लगे
बाहर न भेजूंगी
घर मे रहे।
गोपियाँ आई
चैन न परत है
माखन लाई।
बोलें सारी
माखन खावो लल्ला
मेरी है बारी।
आँखिन सोहे
तीखो कजरा स्याम
मनवा मोहे।
कान्हा के मुख
दीं दिठौना मैया
आत्मा को सुख।
नजर लगे
बाहर न भेजूंगी
घर मे रहे।
गोपियाँ आई
चैन न परत है
माखन लाई।
बोलें सारी
माखन खावो लल्ला
मेरी है बारी।