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19 Apr 2018 · 1 min read

हाइकू

आँखिन सोहे
तीखो कजरा स्याम
मनवा मोहे।

कान्हा के मुख
दीं दिठौना मैया
आत्मा को सुख।

नजर लगे
बाहर न भेजूंगी
घर मे रहे।

गोपियाँ आई
चैन न परत है
माखन लाई।

बोलें सारी
माखन खावो लल्ला
मेरी है बारी।

Language: Hindi
233 Views
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