हाइकु
हाइकु
1
गीली गलियां
भीगते तन मन
आया सावन
2
मीठी ठंडक
गुनगुनी सी धूप
आया वसंत
3
कूकी कोयल
अंबिया लदे वृक्ष
सोने से आम
4
जमती सांसें
गरमी रिश्तों की
मिलते दिल
5
बजते दांत
हाड़ जमाती ठंड
बर्फानी रात
6
जुबानी ताले
किसका सुशासन
माफिया बन
7
धान उगाती
हर घर पीसती
भूखी सो जाती
8
आप का पाप
टूटता विश्वास
जन संताप