हाइकु : नैहर
हाइकु : नैहर
//दिनेश एल० “जैहिंद”
छूटा मायका
बचपन की यादें
टूटे वायदे //
मायका प्रिय
महिलाओं के हिय
नैहर नेक //
पत्नी का घर
बच्चों का ममहर
जमाई बाड़ी //
भाई भौजाई
यादों के अब राही
माँ-बाबूजी //
सब अपने
हो गए क्यूँ सपने
हाय विधाता //
माया की माया
माया उलझी माया
वाह रे माया //
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दिनेश एल० “जैहिंद”
03. 08. 2019