Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2021 · 1 min read

हाइकु~”सीखना”

हाइकु~”सीखना”
?????

पढ़ा कीजिए
कुछ ऐसी रचना
जो सिखाता हो।
×××××××××××

सीख लेकर
भला करे सबका
सही मन से।
×××××××××××

समझदारी
सीखने से आती है
ये ही सच है।
××××××××××××

…..✍️ पंकज “कर्ण”
………….कटिहार।।

Language: Hindi
8 Likes · 2 Comments · 455 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज कुमार कर्ण
View all

You may also like these posts

'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
विचार में जीने से बेहतर हृदय में जीना चाहिए। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
3091.*पूर्णिका*
3091.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शहर का मैं हर मिजाज़ जानता हूं....
शहर का मैं हर मिजाज़ जानता हूं....
sushil yadav
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
Vaibhavwrite..✍️
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
#नवांकुर#
#नवांकुर#
Madhavi Srivastava
बरसों बरस बाद प्रियतम के
बरसों बरस बाद प्रियतम के
Mahesh Tiwari 'Ayan'
"मां की ममता"
Pushpraj Anant
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Infatuation
Infatuation
Vedha Singh
हम पर कष्ट भारी आ गए
हम पर कष्ट भारी आ गए
Shivkumar Bilagrami
"मन क्यों मौन?"
Dr. Kishan tandon kranti
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
पनघट
पनघट
Kanchan Advaita
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
Ravi Prakash
ख़ुश-कलाम जबां आज़ के दौर में टिक पाती है,
ख़ुश-कलाम जबां आज़ के दौर में टिक पाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कृष्ण जन्म / (नवगीत)
कृष्ण जन्म / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
अगर आप सफल
अगर आप सफल
पूर्वार्थ
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
मन के घाव
मन के घाव
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
*मेरा चाँद*
*मेरा चाँद*
Vandna Thakur
रहौ मुळकता राजवण, नैणां भरौ न नीर।
रहौ मुळकता राजवण, नैणां भरौ न नीर।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
सुबह का भूला
सुबह का भूला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
निरुपमा
Loading...