हाइकु:(लता की यादें!)
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जीवन भर,
संघर्ष में जीवन!
लता की कथा।
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एक गीत पे,
रो पड़े नेहरू जी!
स्वर लता के।
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स्वर कोकिला,
विश्व चकित हुआ!
लता की मांग।
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देश की दीदी,
चली गई रूला के!
लता की कमी।
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सुर की रानी,
चली गई जग से!
यादें दिलों में।
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ये भू! रहेंगी,
याद रहेगी लता!
सुर की कमी।
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पंचतत्व में,
विलीन हुईं लता!
संगीत सूना।
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स्वर्गीया लता जी को शत् शत् नमन!
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रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल
===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*===
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