हाँ मुझे हारना स्विकार नहीं।
मुझे हारना स्वीकार नही।
तू अगर ठान ले, चाहे मेरा रास्ता रोक ले पर में रुकूंगा नहीं डट कर खड़ा रहूँगा वही।
▶हां मुझे हारना स्वीकार नहीं।
इस विपदा ने बड़े बड़ो को यही देख दिखलाया है, प्रकृति को नुकसान पहुंचाकर मानव, कर्मो का फल पाया है हर चुनौती का सामना करूँगा , कचरा न फेकूंगा न फेलने दूँगा एक सच्चे कर्मवीर की तरह हर चुनौती से दो दो हाथ करूँगा यही।
▶हां मुझे हारना स्वीकार नहीं।
मास्क लगाऊंगा ,हाथ को साफ़ रखूँगा, दो गज की दूरी है ज़रूरी सबको ये बताऊंगा, योग करना कसरत करना यही अछि आदते मेरी।
▶हां मुझे हारना स्वीकार नहीं।
जीतूंगा मैं जीतेगा भारतवर्ष. प्रकृति के हम साथ है चलकर तकनिकी शिक्षा अपनयिंगे खुद क साथ सभी को आगे बढ़ेंगे. हम हर एक कोरोना योद्धा का उत्शाह और सामान बढा िंगे, मेक इन इण्डिया के साथ चलके देश की प्रगति बढा िंगे भारत को गतिमान बनाऐंगे। वो सुनेहर सवेरा अब नही है दूर कही।
▶हा मुझे हारना स्विकार नही – यश नामदेव