Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2016 · 2 min read

हाँ बेबी को

न शाहरुख न सलमान पसंद है
न धोनी न सचिन पसंद है
हाँ बेबी को कोहली पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

लड़को को WhatsApp पसंद है
बच्चे,बुजुर्गों को free wi fi पसंद है
हाँ बेबी को गुपचुप पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

कपिल को बाबा जी का ठुल्लू पसंद है
अक्षय को मार्शल आर्ट पसंद है
हाँ बेबी को कुरकुरे लेस पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

छत्तीसगढ के लोगो को रमन की गोठ पसंद है
पर अब की बार जोगी सरकार पसंद है
हाँ बेबी को BMW कार पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

सास,बहू को tv का रिमोट पसंद है
बेरोजगार engineer दोस्तों तुम्हारा क्या होगा
हाँ बेबी को नौकरी वाला छोरा पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

मोदी को मन की बात पसंद है
नेताओं को गुंडाराज पसंद है
हाँ बेबी को आज़ादी पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

हर माँ बाप को चाहिए बेटा ही
आखिर क्यों बेटी सबको न पसंद है
हाँ बेबी को सुबह शाम चाय पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

भारत माता की जय पसंद है
हर हिंदू को गौ माता पसंद है
हाँ बेबी को बस ऐश पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

Dj वाला बाबू गाना बजा रे
बसंती को डान्स पसंद है
हाँ बेबी को fogg पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

बेटियों की न करते है खयाल
लड़के के घर वालो को दहेज पसंद है
हाँ बेबी को टशन पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

चीन को आंखे दिखाने पसंद है
भारत को प्रेम से रहना पसंद है
दुष्यंत को यारों अपनी शायरी पसंद है
हम भारतीयों को कश्मीर पसंद है

कवि :दुष्यंत कुमार पटेल “चित्रांश”
जांजगीर( छत्तीसगढ )

Language: Hindi
477 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
Manisha Manjari
आप ज्यादातर समय जिस विषयवस्तु के बारे में सोच रहे होते है अप
आप ज्यादातर समय जिस विषयवस्तु के बारे में सोच रहे होते है अप
Rj Anand Prajapati
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गिलोटिन
गिलोटिन
Dr. Kishan tandon kranti
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
"रिश्ता टूटे ना"
Yogendra Chaturwedi
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
कह रहा है वक़्त,तुम वफादार रहो
कह रहा है वक़्त,तुम वफादार रहो
gurudeenverma198
आज रविवार है -व्यंग रचना
आज रविवार है -व्यंग रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
monalisa
monalisa
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संग दीप के .......
संग दीप के .......
sushil sarna
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
अज्ञात है हम भी अज्ञात हो तुम भी...!
अज्ञात है हम भी अज्ञात हो तुम भी...!
Aarti sirsat
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
■अहम सवाल■
■अहम सवाल■
*प्रणय*
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
Paras Nath Jha
मेरी सबसे ज्यादा जरूरी चीज
मेरी सबसे ज्यादा जरूरी चीज
पूर्वार्थ
*बिखरा सपना  संग संजोया*
*बिखरा सपना संग संजोया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Ang 8K8 ay isa sa mga pinakamahusay na online betting compan
Ang 8K8 ay isa sa mga pinakamahusay na online betting compan
8Kbet Casino Nangunguna sa kagalang galang
" यह सावन की रीत "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दीपावली के अवसर पर
दीपावली के अवसर पर
जगदीश लववंशी
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
Ashok deep
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Pratibha Pandey
कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
सत्य कुमार प्रेमी
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
विचार और भाव-1
विचार और भाव-1
कवि रमेशराज
जन्मदिन पर लिखे अशआर
जन्मदिन पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
दर्द इन्सान को
दर्द इन्सान को
हिमांशु Kulshrestha
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
Bindesh kumar jha
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
Loading...