हसरत का गला घोट दिया
**हसरत का गला घोंट दिया**
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गम में मुस्कराना है सीख लिया
तेरे बिन जी पाना है सीख लिया
कब तक गम लेकर यूँ चलते रहे
गम को भूल जाना है सीख लिया
लगता था यह सांसे थम जाएंगी
सांसों को ले पाना हैं सीख लिया
आँखों से बहते थे आँसू सूख गए
आँसू संभाल पाना है सीख लिया
दर्द ए मोहब्बत जीने नहींं देती थी
दर्दों को सह पाना है सीख लिया
दौलतमंद की दौलत संग हो लिए
दौलत को कमाना है सीख लिया
शौहरत मोहलत की मोहताज नहीं
शौहरत कमा पाना हैं सीख लिया
सुखविंद्र हसरत का गला घोंट दिया
हसरतें पूरी कर पाना है सीख लिया
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)