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3 May 2024 · 1 min read

हश्र का वह मंज़र

काश, दुनिया में किसी से
किसी को न प्यार होता
दिल्लगी खातिर भी कोई
किसी का न यार होता…
(१)
सोई हुई ही रहतीं
इसकी धड़कनें हमेशा
न कभी क़रार मिलता
न दिल बेकरार होता…
(२)
होनी या अनहोनी
होती कुछ भी जल्दी
तो झूठ-मूठ में मरना
क्यों बार-बार होता…
(३)
मैं अगर न देख लेता
हश्र का वह मंज़र
तो मर के भी तुम्हारा
मुझे इंतज़ार होता…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#प्रेमी #प्रेमिका #प्रतिद्वंदी #रकीब
#आशिक #महबूबा #धोखा #छल
#विश्वासघात #चोट #कसक #टीस
#हूक #पीड़ा #दर्द #वेदना #खलिस
#चुभन #loveslabourlost #lovers
#brokenbeat #cheating #love

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 80 Views
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