हवा से भरे
हवा से भरे
गुब्बारों सा हो गया हूँ मैं
भरा हुआ है अंतस में
बेशुमार
भावों, अहसासों, दर्द का ग़ुबार
हिमांशु Kulshrestha
हवा से भरे
गुब्बारों सा हो गया हूँ मैं
भरा हुआ है अंतस में
बेशुमार
भावों, अहसासों, दर्द का ग़ुबार
हिमांशु Kulshrestha