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27 Dec 2024 · 1 min read

हवा जो मारे गिर हम जाएं वो बालू नही है।

हवा जो मारे गिर हम जाएं वो बालू नही है।
सरक जाओ मेरे मन से हम कोई ढालूं नही है।
घसीट लो जो हमको किसी भ्रष्टाचार या चारे घोटाले में
हम कोई लालू थोड़े ही है।
RJ Anand prajapati

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