हवाई जहाज
उड़ता है विशाल हवाई जहाज,
दूर आसमां में मीलो हज़ार,
देश-विदेश की यात्रा कराए,
कम समय पर दूर पहुँँचाये,
आसमान की सैर कराए,
दूर बादलो से भी ऊपर उड़ जाए,
बिन पंखो के हम सब हवा में उड़ते,
धरा से फिर कितने छोटे दिखते।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा, हमीरपुर ।