Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2023 · 1 min read

*हल्द्वानी का प्रसिद्ध बाबा लटूरिया आश्रम (कुंडलिया)*

हल्द्वानी का प्रसिद्ध बाबा लटूरिया आश्रम (कुंडलिया)
🍃🍃🍃🪴🍃🍃🍃🍃
आश्रम मधुर लटूरिया, बड़ी लटों से नाम
चमत्कार से पूर्ण था, बाबा जी का काम
बाबा जी का काम, शहर-वन था हल्द्वानी
गुफा वीर बजरंग, आज दुनिया ने जानी
कहते रवि कविराय, सनातन दृश्य समागम
आते हैं श्रद्धालु, देख कर जाते आश्रम
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

149 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
वीर भगत सिंह
वीर भगत सिंह
आलोक पांडेय
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
निर्दोष कौन ?
निर्दोष कौन ?
Dhirendra Singh
कोशिशों  पर  यक़ी  करो  अपनी ,
कोशिशों पर यक़ी करो अपनी ,
Dr fauzia Naseem shad
बदला लेने से बेहतर है
बदला लेने से बेहतर है
शेखर सिंह
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा"
Vijay kumar Pandey
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
Ravi Prakash
सोलह श्राद्ध
सोलह श्राद्ध
Kavita Chouhan
नारी
नारी
Nitesh Shah
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
Suryakant Dwivedi
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
मस्तियाँ दे शौक़ दे      माहौल भी दे ज़िन्दगी,
मस्तियाँ दे शौक़ दे माहौल भी दे ज़िन्दगी,
अश्क़ बस्तरी
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
परिस्थिति और हम
परिस्थिति और हम
Dr. Rajeev Jain
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
Buddha Prakash
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"टेलीविजन"
Dr. Kishan tandon kranti
दीप का सच
दीप का सच
Neeraj Agarwal
खंजर
खंजर
AJAY AMITABH SUMAN
👌कही/अनकही👌
👌कही/अनकही👌
*प्रणय*
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
Ashwini sharma
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
Ajit Kumar "Karn"
करने लगा मैं ऐसी बचत
करने लगा मैं ऐसी बचत
gurudeenverma198
Loading...