हलचल
हौसले ले कर हम चले अपनी डगर
ऊबड़-खाबड पग गये, अपनी डगर
लगते सारे ही अटपट सब ही देख रहे
भीतर भी मची हलचल रे, अपनी डगर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
हौसले ले कर हम चले अपनी डगर
ऊबड़-खाबड पग गये, अपनी डगर
लगते सारे ही अटपट सब ही देख रहे
भीतर भी मची हलचल रे, अपनी डगर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा