Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2024 · 1 min read

हर‌ शख्स उदास है

हर शख्स तन्हा,हर शख्स उदास है।
सागर को लगी ,जन्मों की प्यास है।

ग़म इस तरह बैठे हैं मुझे घेर‌‌ कर
खुशियां बैठी है मानो मुंह फेर कर।

हिस्से में अपने ,बस आई तन्हाईयां
रूठे तुम तो रूठी है सब रानाईया।

सर्द लहजों ने बढ़ा दी सबमें दूरियां
कुछ नसीबों ने बढ़ा दी है मजबूरियां।

तन्हाई में बात करने को अब कोई नहीं आंख नहीं कोई जो चुपके से रोई नहीं।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
4 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏
चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हाँ, तैयार हूँ मैं
हाँ, तैयार हूँ मैं
gurudeenverma198
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
बेटियां अमृत की बूंद..........
बेटियां अमृत की बूंद..........
SATPAL CHAUHAN
सूर्ययान आदित्य एल 1
सूर्ययान आदित्य एल 1
Mukesh Kumar Sonkar
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
*सब कर्म हमारे देख रहा, वह नीली छतरी वाला है (राधेश्यामी छंद
*सब कर्म हमारे देख रहा, वह नीली छतरी वाला है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
आत्मा
आत्मा
राधेश्याम "रागी"
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
सत्संग की ओर
सत्संग की ओर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
घटा घनघोर छाई है...
घटा घनघोर छाई है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सर्दियों की धूप
सर्दियों की धूप
Vandna Thakur
😊
😊
*प्रणय प्रभात*
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
किस्सा
किस्सा
Dr. Mahesh Kumawat
¡¡¡●टीस●¡¡¡
¡¡¡●टीस●¡¡¡
Dr Manju Saini
"औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
बस इतना ही फर्क रहा लड़के और लड़कियों में, कि लड़कों ने अपनी
बस इतना ही फर्क रहा लड़के और लड़कियों में, कि लड़कों ने अपनी
पूर्वार्थ
ज़िंदगी चाँद सा नहीं करना
ज़िंदगी चाँद सा नहीं करना
Shweta Soni
زندگی تجھ
زندگی تجھ
Dr fauzia Naseem shad
✍🏻Happy teachers day✍🏻
✍🏻Happy teachers day✍🏻
Neeraj kumar Soni
खिलते फूल
खिलते फूल
Punam Pande
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
2818. *पूर्णिका*
2818. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिद्ध करते हैं सिद्ध
गिद्ध करते हैं सिद्ध
Anil Kumar Mishra
रंजीत कुमार शुक्ला
रंजीत कुमार शुक्ला
हाजीपुर
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
Rituraj shivem verma
.......,,,
.......,,,
शेखर सिंह
Loading...