हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हम समझौता क्यू करे मजबूरी है क्या
मंजिलों में अभी दूरियां काफी है यार
अभी ये तेयारी तुम्हारी अधुरी है क्या
✍️Deepak saral
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हम समझौता क्यू करे मजबूरी है क्या
मंजिलों में अभी दूरियां काफी है यार
अभी ये तेयारी तुम्हारी अधुरी है क्या
✍️Deepak saral