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27 Jun 2024 · 1 min read

हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,

हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर शहर हर गली , भीड़ ही भीड़ है ,
किस तरह जी रहा , है ये इंसां यहां ,
“नील” राहों पे भी , भीड़ ही भीड़ है ।
✍️नील रूहानी….

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