हर गम को हंसना सिखाते है।
हर गम को हंसना सिखाते हैं।
चलो जिंदगी को जीना सिखाते हैं।।1।।
कहां मिलेंगी फिर यह दोबारा।
सभी के दिलों को अपना बनाते है।।2।।
थोड़ा थोडा सा सब साथ दो।
उजड़ी बस्ती आशियाना बसाते हैं।।3।।
कोई पूछे तो हाल ए जिंदगी।
फिर हम अपना दुखड़ा सुनाते है।।4।।
क्या मिलेगा लड़ झगड़ कर।
चलो दिलों को मिलना सिखाते है।।5।।
डरने वालों को और डराते है।
चलो उसे थोडा लड़ना सिखाते है।।6।।
मां बाप का बनाया यह घर है।
जिन्हें बच्चे यतीमखाना दिखाते है।।7।।
चलो रोते लोगों को हंसाते हैं।
यूं करके कुछ कम गुनाह कराते हैं।।8।।
कुछ गलत फहमी हो गई थी।
उनको फिर दोस्त अपना बनाते हैं।।9।।
हर इश्क बेवफा ना होता है
चलो ख़ुदको मोहब्बत सिखाते हैं।।10।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ